Monday, December 30, 2019

अफ़ग़ानिस्तान के सीने पर 40 साल पुराना ज़ख़्म

करनी होगी. चारों दोषियों के पास यह अंतिम क़ानूनी सहारा बचा है. इसके बाद उनके पास एक संवैधानिक सहारा बचेगा और वह है राष्ट्रपति के पास दया याचिका का.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारत में क़ानून के बड़े जानकार और वरिष्ठ अधिवक्ता मानते हैं कि इस मामले के चारों दोषियों को जल्दी ही फांसी हो जाएगी. इन चारों दोषियों की पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है और अब क्यूरेटिव और दया याचिका ही दो अंतिम विकल्प बाकी बचे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

माना जा रहा है कि इन दोनों रास्तों पर भी दोषियों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि इस घटना को बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है. निर्भया मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मोहन परासरन कहते हैं, ''यह माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार महीनों में इन चारों दोषियों को फांसी हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परासरन ने बीबीसी से कहा, ''उन्हें जल्दी ही फांसी की सज़ा हो जाएगी. क्योंकि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है. मेरे ख़याल से इस पूरे मामले में हुई बर्बरता को देखते हुए उनकी क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका पर भी ग़ौर नहीं किया जाएगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वरिष्ठ वकील और पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के.सी. कौशिक का भी मानना है कि आने वाले दो तीन महीनों में दोषियों को फांसी दे दी जाएगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''मेरे विचार से क्यूरेटिव और दया याचिका दोनों ही ख़ारिज हो जाएंगी. यह मामला बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में है. इस मामले के दोषियों के पास जो भी क़ानूनी और संवैधानिक विकल्प हैं वो दो-तीन महीनों में समाप्त हो जाएंगे.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कौशिक यह भी कहते हैं कि अब इस मामले में दो-तीन महीने से ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.

बीबीसी के साथ बातचीत में वो कहते हैं, ''जैसे कि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है इसके बाद उनकी क्यूरेटिव और दया याचिका भी ख़ारिज हो सकती है तो ऐसे में सभी दोषियों को फांसी मिलने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

आपराधिक मामलों के वकील विकास पाहवा कहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द एक बेहतर और तर्कपूर्ण अंत होना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''एक तयशुदा वक़्त यानी दो-तीन महीने में सभी क़ानूनी विकल्प पूरे हो जाएंगे और इसके बाद दोषियों को फांसी निश्चित हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तीन दोषी अक्षय, पवन और विनय के वकील ए.पी. सिंह का कहना है कि उनके तीनों मुवक्किल ग़रीब परिवारों से आते हैं इसलिए उन्हें कम सज़ा दी जानी चाहिए और उन्हें सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए.

बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ''मेरे सभी मुवक्किलों को सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए. वो ग़रीब हैं और उन्हें एक मौक़ा मिलना चाहिए कि वो भी देश के अच्छे नागरिक के तौर पर ख़ुद को साबित कर सकें.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चारों अपराधी, मुकेश, अक्षय, पवन और विनय ने मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश में इन सभी को मौत की सज़ा देने पर मंज़ूरी दी गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले 13 सितंबर 2013 को ट्रायल कोर्ट ने सभी दोषियों को मौत की सज़ा सुनाई थी.

इसके बाद 5 मई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने भी दोषियों की सभी अपीलों को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की, जिसे 9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस समय जिस बेंच ने वह पुनर्विचार याचिका ख़ारिज की थी उसके अध्यक्ष जस्टिस दीपक मिश्रा थे. उन्होंने इस घटना को 'सदमे की सुनामी' बताया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अपने लंबे चौड़े फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अपराधियों के बर्ताव को जानवरों जैसा बताया था और कहा था कि ऐसा लगता है कि ये पूरा मामला ही किसी दूसरी दुनिया में घटित हुआ जहां मानवता के साथ बर्बरता की जाती है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

16 दिसंबर 2012 की रात राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक मेडिकल छात्रा के साथ छह पुरुषों ने एक चलती बस में गैंगरेप किया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चार दोषियों के अलावा एक प्रमुख आरोपी राम सिंह ने ट्रायल के दौरान ही तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी.

एक अन्य अपराधी जो घटना के वक़्त नाबालिग़ साबित हुआ था, उसे सुधारगृह भेजा गया था. साल 2015 में उसे सुधारगृह से रिहा कर दिया गया था. इस अपराधी का नाम ज़ाहिर नहीं किया जा सकता. इसे अगस्त 2013 में तीन साल सुधारगृह में बिताने की सज़ा सुनाई गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब यह अपराधी व्यस्क हो चुका है, लेकिन तय नियमों के अनुसार उन्होंने अपनी सज़ा पूरी कर ली है. अब वो एक चैरिटी संस्था के साथ है क्योंकि बाहर उन्हें सुरक्षा का ख़तरा बना हुआ है.

देश की राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया मामले के चारों दोषियों का केस अब लगभग पूरा होने वाला है. इन चारों पर गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की अंतिम पुनर्विचार याचिका को ख़ारिज किया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस आर. भानुमति की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने इस याचिका को ख़ारिज करते हुए कहा, ''हम दोषी साबित हो चुके अक्षय कुमार की याचिका ख़ारिज करते हैं. उनकी याचिका पर दोबारा विचार करने जैसा कुछ नहीं है.'' इस पीठ में जस्टिस अशोक भूषण और ए.एस. बोपन्ना भी थे.

अब इन चार दो अक्षय, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को एक मषियों अक्षय, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को एक महीने के भीतर अपनी-अपनी क्यूरेटिव याचिका दायर करनी होगी. चारों दोषियों के पास यह अंतिम क़ानूनी सहारा बचा है. इसके बाद उनके पास एक संवैधानिक सहारा बचेगा और वह है राष्ट्रपति के पास दया याचिका का.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारत में क़ानून के बड़े जानकार और वरिष्ठ अधिवक्ता मानते हैं कि इस मामले के चारों दोषियों को जल्दी ही फांसी हो जाएगी. इन चारों दोषियों की पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है और अब क्यूरेटिव और दया याचिका ही दो अंतिम विकल्प बाकी बचे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

माना जा रहा है कि इन दोनों रास्तों पर भी दोषियों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि इस घटना को बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है. निर्भया मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.

पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मोहन परासरन कहते हैं, ''यह माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार महीनों में इन चारों दोषियों को फांसी हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परासरन ने बीबीसी से कहा, ''उन्हें जल्दी ही फांसी की सज़ा हो जाएगी. क्योंकि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है. मेरे ख़याल से इस पूरे मामले में हुई बर्बरता को देखते हुए उनकी क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका पर भी ग़ौर नहीं किया जाएगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वरिष्ठ वकील और पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के.सी. कौशिक का भी मानना है कि आने वाले दो तीन महीनों में दोषियों को फांसी दे दी जाएगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''मेरे विचार से क्यूरेटिव और दया याचिका दोनों ही ख़ारिज हो जाएंगी. यह मामला बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में है. इस मामले के दोषियों के पास जो भी क़ानूनी और संवैधानिक विकल्प हैं वो दो-तीन महीनों में समाप्त हो जाएंगे.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कौशिक यह भी कहते हैं कि अब इस मामले में दो-तीन महीने से ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बीबीसी के साथ बातचीत में वो कहते हैं, ''जैसे कि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है इसके बाद उनकी क्यूरेटिव और दया याचिका भी ख़ारिज हो सकती है तो ऐसे में सभी दोषियों को फांसी मिलने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

आपराधिक मामलों के वकील विकास पाहवा कहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द एक बेहतर और तर्कपूर्ण अंत होना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''एक तयशुदा वक़्त यानी दो-तीन महीने में सभी क़ानूनी विकल्प पूरे हो जाएंगे और इसके बाद दोषियों को फांसी निश्चित हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तीन दोषी अक्षय, पवन और विनय के वकील ए.पी. सिंह का कहना है कि उनके तीनों मुवक्किल ग़रीब परिवारों से आते हैं इसलिए उन्हें कम सज़ा दी जानी चाहिए और उन्हें सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ''मेरे सभी मुवक्किलों को सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए. वो ग़रीब हैं और उन्हें एक मौक़ा मिलना चाहिए कि वो भी देश के अच्छे नागरिक के तौर पर ख़ुद को साबित कर सकें.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चारों अपराधी, मुकेश, अक्षय, पवन और विनय ने मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश में इन सभी को मौत की सज़ा देने पर मंज़ूरी दी गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले 13 सितंबर 2013 को ट्रायल कोर्ट ने सभी दोषियों को मौत की सज़ा सुनाई थी.

इसके बाद 5 मई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने भी दोषियों की सभी अपीलों को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की, जिसे 9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस समय जिस बेंच ने वह पुनर्विचार याचिका ख़ारिज की थी उसके अध्यक्ष जस्टिस दीपक मिश्रा थे. उन्होंने इस घटना को 'सदमे की सुनामी' बताया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अपने लंबे चौड़े फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अपराधियों के बर्ताव को जानवरों जैसा बताया था और कहा था कि ऐसा लगता है कि ये पूरा मामला ही किसी दूसरी दुनिया में घटित हुआ जहां मानवता के साथ बर्बरता की जाती है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

16 दिसंबर 2012 की रात राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक मेडिकल छात्रा के साथ छह पुरुषों ने एक चलती बस में गैंगरेप किया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चार दोषियों के अलावा एक प्रमुख आरोपी राम सिंह ने ट्रायल के दौरान ही तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी.

एक अन्य अपराधी जो घटना के वक़्त नाबालिग़ साबित हुआ था, उसे सुधारगृह भेजा गया था. साल 2015 में उसे सुधारगृह से रिहा कर दिया गया था. इस अपराधी का नाम ज़ाहिर नहीं किया जा सकता. इसे अगस्त 2013 में तीन साल सुधारगृह में बिताने की सज़ा सुनाई गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब यह अपराधी व्यस्क हो चुका है, लेकिन तय नियमों के अनुसार उन्होंने अपनी सज़ा पूरी कर ली है. अब वो एक चैरिटी संस्था के साथ है क्योंकि बाहर उन्हें सुरक्षा का ख़तरा बना हुआ है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

देश की राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया मामले के चारों दोषियों का केस अब लगभग पूरा होने वाला है. इन चारों पर गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की अंतिम पुनर्विचार याचिका को ख़ारिज किया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस आर. भानुमति की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने इस याचिका को ख़ारिज करते हुए कहा, ''हम दोषी साबित हो चुके अक्षय कुमार की याचिका ख़ारिज करते हैं. उनकी याचिका पर दोबारा विचार करने जैसा कुछ नहीं है.'' इस पीठ में जस्टिस अशोक भूषण और ए.एस. बोपन्ना भी थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब इन चार दोषियों अक्षय, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को एक महीने के भीतर अपनी-अपनी क्यूरेटिव याचिका दायर करनी होगी. चारों दोषियों के पास यह अंतिम क़ानूनी सहारा बचा है. इसके बाद उनके पास एक संवैधानिक सहारा बचेगा और वह है राष्ट्रपति के पास दया याचिका का.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारत में क़ानून के बड़े जानकार और वरिष्ठ अधिवक्ता मानते हैं कि इस मामले के चारों दोषियों को जल्दी ही फांसी हो जाएगी. इन चारों दोषियों की पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है और अब क्यूरेटिव और दया याचिका ही दो अंतिम विकल्प बाकी बचे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

माना जा रहा है कि इन दोनों रास्तों पर भी दोषियों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि इस घटना को बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है. निर्भया मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.

पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मोहन परासरन कहते हैं, ''यह माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार महीनों में इन चारों दोषियों को फांसी हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परासरन ने बीबीसी से कहा, ''उन्हें जल्दी ही फांसी की सज़ा हो जाएगी. क्योंकि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है. मेरे ख़याल से इस पूरे मामले में हुई बर्बरता को देखते हुए उनकी क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका पर भी ग़ौर नहीं किया जाएगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वरिष्ठ वकील और पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के.सी. कौशिक का भी मानना है कि आने वाले दो तीन महीनों में दोषियों को फांसी दे दी जाएगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''मेरे विचार से क्यूरेटिव और दया याचिका दोनों ही ख़ारिज हो जाएंगी. यह मामला बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में है. इस मामले के दोषियों के पास जो भी क़ानूनी और संवैधानिक विकल्प हैं वो दो-तीन महीनों में समाप्त हो जाएंगे.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कौशिक यह भी कहते हैं कि अब इस मामले में दो-तीन महीने से ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.

बीबीसी के साथ बातचीत में वो कहते हैं, ''जैसे कि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है इसके बाद उनकी क्यूरेटिव और दया याचिका भी ख़ारिज हो सकती है तो ऐसे में सभी दोषियों को फांसी मिलने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

आपराधिक मामलों के वकील विकास पाहवा कहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द एक बेहतर और तर्कपूर्ण अंत होना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''एक तयशुदा वक़्त यानी दो-तीन महीने में सभी क़ानूनी विकल्प पूरे हो जाएंगे और इसके बाद दोषियों को फांसी निश्चित हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तीन दोषी अक्षय, पवन और विनय के वकील ए.पी. सिंह का कहना है कि उनके तीनों मुवक्किल ग़रीब परिवारों से आते हैं इसलिए उन्हें कम सज़ा दी जानी चाहिए और उन्हें सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए.

बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ''मेरे सभी मुवक्किलों को सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए. वो ग़रीब हैं और उन्हें एक मौक़ा मिलना चाहिए कि वो भी देश के अच्छे नागरिक के तौर पर ख़ुद को साबित कर सकें.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चारों अपराधी, मुकेश, अक्षय, पवन और विनय ने मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश में इन सभी को मौत की सज़ा देने पर मंज़ूरी दी गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले 13 सितंबर 2013 को ट्रायल कोर्ट ने सभी दोषियों को मौत की सज़ा सुनाई थी.

इसके बाद 5 मई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने भी दोषियों की सभी अपीलों को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की, जिसे 9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

Thursday, December 19, 2019

नागरिकता संशोधन क़ानून पर सरकार को विज्ञापन की ज़रूरत क्यों

गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं, "दुनिया में कोई ऐसा देश नहीं है, जहां कोई भी जाकर बस सकता है. देश के नागरिकों का रजिस्टर होना, यह समय की ज़रूरत है. हमने अपने चुनावी घोषणा पत्र मे देश की जनता को वादा किया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

"न केवल असम बल्कि देश भर के अंदर हम एनआरसी लेकर आएंगे. NRC के अलावा देश में जो भी लोग हैं, उन्हें क़ानूनी प्रक्रिया के तहत बाहर किया जाएगा."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

यह पहली दफ़ा नहीं है, जब अमित शाह ने यह बात कही हो. वे इससे पहले भी कई जगहों और मौक़ों पर पूरे दम-खम से देश भर में एनआरसी लागू करने की अपनी सरकार और पार्टी की प्रतिबद्धता को जताते रहे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो हमेशा ज़ोर देकर सरकार के इस कार्यकाल में पूरे देश में एनआरसी को लागू करने की बात करते रहे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन एनआरसी और नागरिकता क़ानून को लेकर जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को अख़बारों में विज्ञापन प्रकाशित करवाए हैं और अपनी स्थिति फिर से स्पष्ट की है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

विज्ञापन में लिखा है, "अधिनियम से जुड़ी कई प्रकार की अफ़वाहें और ग़लत सूचनाएँ फैलाई जा ही हैं, लेकिन ये किसी भी तरह से सच नहीं है."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसके बाद तीन बिंदुओं में अफ़वाहों और उनके बारे में सच क्या है, इसका ज़िक्र किया गया है. पहले दो बिंदु में सरकार ने स्पष्ट किया है कि सीएए किसी भारतीय नागरिक को, चाहे वो मुसलमान ही क्यों न हो, प्रभावित नहीं करता है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

यह तर्क पहले से भी सरकार और गृह मंत्री अमित शाह देते आए हैं, लेकिन विज्ञापन का तीसरा बिंदु लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तीसरा बिंदु कुछ इस तरह हैःमुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अफ़वाहः ऐसे दस्तावेज़ जिनसे नागरिकता प्रमाणित होती हो, उन्हें अभी से जुटाने होंगे अन्यथा लोगों को निर्वासित कर दिया जाएगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सचः ग़लत. किसी राष्ट्रव्यापी एनआरसी की घोषणा नहीं की गई है. अगर कभी इसकी घोषणा की जाती है तो ऐसी स्थिति में नियम और निर्देश ऐसे बनाए जाएंगे ताकि किसी भी भारतीय नागरिक को परेशानी न हो.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

एनआरसी पर सरकार ने जो विज्ञापन प्रकाशित करवाया है, उसे जानकार सीएए के ख़िलाफ़ देश भर में पनपे ग़ुस्से को शांत करने की एक कोशिश भी समझा जा रहा है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

एनआरसी को मूल रूप से सुप्रीम कोर्ट की तरफ से असम के लिए लागू किया गया था. इसके तहत अगस्त की महीने में यहां के नागरिकों का एक रजिस्टर जारी किया गया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

प्रकाशित रजिस्टर में क़रीब 19 लाख लोगों को बाहर रखा गया था. जिनका नाम इस रजिस्टर में नहीं है, उन्हें अपनी नागरिकता साबित करनी होगी. मामले ट्रिब्यूनल में चल रहे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब सीएए के विरोध प्रदर्शनों में एनआरसी की भी बात की जा रही है और यह कहा जा रहा है कि अब सभी नागरिकों को यह साबित करना होगा कि यहां के नागरिक हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सीएए के ख़िलाफ़ देश भर में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. पूर्वोत्तर राज्यों से शुरू हुआ विरोध धीरे-धीरे देश की राजधानी दिल्ली पहुंच गया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कई राज्यों में विश्वविद्यालय के छात्र सड़क पर उतर आए हैं और सरकार से क़ानून के वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

विभिन्न राजनीतिक पार्टियां और संस्थाएं सीएए और देशव्यापी एनआरसी के एक साथ लागू हो जाने की स्थिति में उत्पन्न होने वाले ख़तरों पर लोगों को अगाह कर रहे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा, "जो लोग पाकिस्तान से आएंगे, उनके दस्तावेज़ भारत सरकार बनाएगी और जिन अपने लोगों के पास दस्तावेज़ नहीं होंगे उन्हें सरकार देश से बाहर निकालेगी."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले कांग्रेस के गौरव वल्लभ ने भी सरकार को इस मुद्दे पर घेरते हुए कहा है कि सरकार लोगों से उनके नागरिक होने के दस्तावेज़ मांग रही है और प्रधानमंत्री और उनके मंत्री अपनी शैक्षिक योग्यता के दस्तावेज़ तक नहीं दिखा पा रहे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

हालाँकि गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि विपक्ष एकजुट होकर सीएए के ख़िलाफ़ अफ़वाहें फैला रहा है और अल्पसंख्यकों को रत्ती भर नुक़सान नहीं पहुंचेगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी कहती हैं, "जिस तरह से देश भर के युवा सड़कों पर उतर आए हैं, उससे ऐसा लग रहा है कि सरकार दबाव में आ रही है और उसे इस तरह का विज्ञापन देना पड़ रहा है और यह स्पष्ट करना पड़ रहा है कि एनआरसी पूरे देश में लागू नहीं किया गया है."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी आज के युवाओं को, ख़ास कर साल 2000 के बाद पैदा हुई पीढ़ी को संबोधित करते रहे हैं, ऐसे में उनका सड़कों पर एनआरसी और सीएए का विरोध करना, उन्हें सकते में डाल रहा है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

नीरजा चौधरी कहती हैं, "जो सरकार एक दिन पहले तक एनआरसी के मुद्दे पर दृढ़ दिख रही थी, गृह मंत्री इसे लागू करने की बात कर रहे थे, आज उसी सरकार का विज्ञापन अगर ऐसा लिखता है तो यह साफ है कि सरकार का रुख नरम पड़ रहा है." मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

Friday, December 13, 2019

घर में ही रेप होता रहा, किसी को बता भी नहीं पाई: आपबीती

बारह बरस की इस बच्ची ने अपनी मदद करने वालों को बताया कि हर हफ़्ते के आख़िर में लोग उस के घर आते थे और उसका रेप करते थे. ये सिलसिला पिछले दो वर्षों से चल रहा था. बलात्कारियों में से कुछ तो उसके पिता की जान-पहचान वाले होते थे और कई ऐसे भी होते थे जिन्हें वो भी नहीं जानते थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उसने बताया कि इन सब की शुरुआत तब हुई जब उसके पिता ने अपने कुछ दोस्तों को शराब पीने के लिए घर पर बुलाना शुरू किया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो शराब पीकर नशे में उससे छेड़खानी करते थे और वो ये काम लड़की के माँ-बाप के सामने करते थे.

कई बार उनमें से कुछ लोग उसकी माँ के साथ एक कमरे वाले मकान के इकलौते सीलन भरे बेडरूम के भीतर कुछ देर के लिए गुम हो जाते थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस लड़की ने बताया कि एक दिन उसके पिता ने उसे भी उनके एक दोस्त के साथ बेडरूम में धकेल दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

फिर उसने बेडरूम के दरवाज़े को बाहर से बंद कर लिया. उस आदमी ने उसके साथ बलात्कार किया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस लड़की का बचपन बहुत जल्द ही एक डरावने ख़्वाब में तब्दील हो गया था. उसका पिता लोगों को बुलाता था और अपनी बेटी के साथ सोने के लिए उनकी बुकिंग करता था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसके एवज़ में वो उन लोगों से पैसे लेता था. इस लड़की की मदद करने वालों का मानना है कि तब से कम से कम 30 लोगों ने इस लड़की के साथ बलात्कार किया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

20 सितंबर 2019 को कुछ अध्यापकों से मिली जानकारी के बाद बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों ने इस बच्ची को उसके स्कूल से बचाया और उसे एक संरक्षण गृह में ले गए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक़ बच्ची का मेडिकल परीक्षण करने पर उसके साथ बलात्कार की तस्दीक़ हो गई.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बलात्कार के इस मामले में बच्ची के पिता समेत चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उनपर बलात्कार करने और बच्ची से यौन हिंसा के साथ-साथ पोर्नोग्राफ़ी के लिए बच्चों के इस्तेमाल के केस दर्ज किए गए हैं. अदालत ने सभी आरोपियों की ज़मानत की अर्ज़ी ख़ारिज कर दी है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

पुलिस को अब उन पाँच और लोगों की तलाश है जिनपर इस बच्ची से बलात्कार और उसके यौन शोषण के इल्ज़ाम हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

मामले की तफ़्तीश कर रहे अधिकारियों के पास क़रीब 25 लोगों के नाम और तस्वीरें हैं जो लड़की के परिवार के परिचित हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अधिकारियों ने इन लोगों की तस्वीरों को बच्ची को दिखाया है ताकि बाक़ी के आरोपियों की शिनाख़्त कर उन्हें गिरफ़्तार किया जा सके.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन बच्ची ने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि 'मुझे उनके चेहरे याद नहीं हैं. ज़ेहन में सब कुछ धुंधला-धुंधला सा है.'मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इस बच्ची का परिवार दक्षिण भारत के काफ़ी समृद्ध शहर में रहता है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

ये शहर अपनी हरी भरी पहाड़ियों, साफ़ हवा और ताज़े पानी की छोटी-छोटी नदियों के लिए मशहूर है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन इस शहर की अच्छी क़िस्मत बच्ची के परिवार को छूकर भी नहीं निकली.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सितंबर के उस दिन स्कूल को कुछ अध्यापकों के माध्यम से इस बच्ची के बारे में पता चला था. ये सभी उसी मोहल्ले में रहते हैं जहाँ बच्ची का घर है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उन्होंने बताया, 'इस परिवार के साथ कुछ तो गड़बड़ है. इसके घर में कुछ ना कुछ ग़लत चल रहा है. उस बच्ची से बात करने की कोशिश कीजिए.'मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

स्कूल के प्रबंधन ने महिलाओं की मदद करने वाले समूह से फ़ौरन ही एक सलाहकार को बुलाया. अगली सुबह वो परामर्शदाता स्कूल आ गईं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

स्टाफ़ रूम में वो लड़की और ये सलाहकार आमने-सामने बैठे. ऊपर के कमरे में लड़की की माँ इन सब बातों से अनजान अध्यापकों और अभिभावकों की मीटिंग में हिस्सा ले रही थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परामर्श देने वाली महिला ने लड़की से पूछा, 'तुम मुझे अपने और अपने परिवार के बारे में बताओ.' उन्होंने कई घंटों तक बातचीत की.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लड़की ने कहा कि घर में उसका समय बहुत मुश्किल से बीतता था क्योंकि उसके पिता के पास कोई काम नहीं था. किराया ना भरने पर उसके परिवार को कभी भी घर से निकाला जा सकता था. ये कहते कहते वो लड़की रोने लगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उसके बाद वो ख़ामोश हो गई. उसकी मदद के लिए आई महिला ने लड़की को स्कूल में चलने वाली बच्चियों की ख़ास कक्षाओं के बारे में बताया. और ये भी बताया कि बच्चियों का शोषण कितनी आम बात है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उसे बीच में टोकते हुए लड़की ने कहा कि, "मेरे घर में भी ऐसा ही कुछ हो रहा है. मेरे पिता मेरी माँ के साथ ज़बरदस्ती करा रहे हैं."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बारह बरस की इस बच्ची ने अपनी मदद करने वालों को बताया कि हर हफ़्ते के आख़िर में लोग उस के घर आते थे और उसका रेप करते थे. ये सिलसिला पिछले दो वर्षों से चल रहा था. बलात्कारियों में से कुछ तो उसके पिता की जान-पहचान वाले होते थे और कई ऐसे भी होते थे जिन्हें वो भी नहीं जानते थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उसने बताया कि इन सब की शुरुआत तब हुई जब उसके पिता ने अपने कुछ दोस्तों को शराब पीने के लिए घर पर बुलाना शुरू किया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो शराब पीकर नशे में उससे छेड़खानी करते थे और वो ये काम लड़की के माँ-बाप के सामने करते थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कई बार उनमें से कुछ लोग उसकी माँ के साथ एक कमरे वाले मकान के इकलौते सीलन भरे बेडरूम के भीतर कुछ देर के लिए गुम हो जाते थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस लड़की ने बताया कि एक दिन उसके पिता ने उसे भी उनके एक दोस्त के साथ बेडरूम में धकेल दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

फिर उसने बेडरूम के दरवाज़े को बाहर से बंद कर लिया. उस आदमी ने उसके साथ बलात्कार किया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस लड़की का बचपन बहुत जल्द ही एक डरावने ख़्वाब में तब्दील हो गया था. उसका पिता लोगों को बुलाता था और अपनी बेटी के साथ सोने के लिए उनकी बुकिंग करता था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसके एवज़ में वो उन लोगों से पैसे लेता था. इस लड़की की मदद करने वालों का मानना है कि तब से कम से कम 30 लोगों ने इस लड़की के साथ बलात्कार किया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

20 सितंबर 2019 को कुछ अध्यापकों से मिली जानकारी के बाद बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों ने इस बच्ची को उसके स्कूल से बचाया और उसे एक संरक्षण गृह में ले गए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक़ बच्ची का मेडिकल परीक्षण करने पर उसके साथ बलात्कार की तस्दीक़ हो गई.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बलात्कार के इस मामले में बच्ची के पिता समेत चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उनपर बलात्कार करने और बच्ची से यौन हिंसा के साथ-साथ पोर्नोग्राफ़ी के लिए बच्चों के इस्तेमाल के केस दर्ज किए गए हैं. अदालत ने सभी आरोपियों की ज़मानत की अर्ज़ी ख़ारिज कर दी है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

पुलिस को अब उन पाँच और लोगों की तलाश है जिनपर इस बच्ची से बलात्कार और उसके यौन शोषण के इल्ज़ाम हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

मामले की तफ़्तीश कर रहे अधिकारियों के पास क़रीब 25 लोगों के नाम और तस्वीरें हैं जो लड़की के परिवार के परिचित हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अधिकारियों ने इन लोगों की तस्वीरों को बच्ची को दिखाया है ताकि बाक़ी के आरोपियों की शिनाख़्त कर उन्हें गिरफ़्तार किया जा सके.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन बच्ची ने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि 'मुझे उनके चेहरे याद नहीं हैं. ज़ेहन में सब कुछ धुंधला-धुंधला सा है.'मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इस बच्ची का परिवार दक्षिण भारत के काफ़ी समृद्ध शहर में रहता है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

ये शहर अपनी हरी भरी पहाड़ियों, साफ़ हवा और ताज़े पानी की छोटी-छोटी नदियों के लिए मशहूर है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन इस शहर की अच्छी क़िस्मत बच्ची के परिवार को छूकर भी नहीं निकली.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सितंबर के उस दिन स्कूल को कुछ अध्यापकों के माध्यम से इस बच्ची के बारे में पता चला था. ये सभी उसी मोहल्ले में रहते हैं जहाँ बच्ची का घर है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उन्होंने बताया, 'इस परिवार के साथ कुछ तो गड़बड़ है. इसके घर में कुछ ना कुछ ग़लत चल रहा है. उस बच्ची से बात करने की कोशिश कीजिए.'मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

स्कूल के प्रबंधन ने महिलाओं की मदद करने वाले समूह से फ़ौरन ही एक सलाहकार को बुलाया. अगली सुबह वो परामर्शदाता स्कूल आ गईं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

स्टाफ़ रूम में वो लड़की और ये सलाहकार आमने-सामने बैठे. ऊपर के कमरे में लड़की की माँ इन सब बातों से अनजान अध्यापकों और अभिभावकों की मीटिंग में हिस्सा ले रही थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परामर्श देने वाली महिला ने लड़की से पूछा, 'तुम मुझे अपने और अपने परिवार के बारे में बताओ.' उन्होंने कई घंटों तक बातचीत की.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लड़की ने कहा कि घर में उसका समय बहुत मुश्किल से बीतता था क्योंकि उसके पिता के पास कोई काम नहीं था. किराया ना भरने पर उसके परिवार को कभी भी घर से निकाला जा सकता था. ये कहते कहते वो लड़की रोने लगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उसके बाद वो ख़ामोश हो गई. उसकी मदद के लिए आई महिला ने लड़की को स्कूल में चलने वाली बच्चियों की ख़ास कक्षाओं के बारे में बताया. और ये भी बताया कि बच्चियों का शोषण कितनी आम बात है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उसे बीच में टोकते हुए लड़की ने कहा कि, "मेरे घर में भी ऐसा ही कुछ हो रहा है. मेरे पिता मेरी माँ के साथ ज़बरदस्ती करा रहे हैं."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

Wednesday, December 4, 2019

特朗普又来了:大选的英国和困窘的北约都捏一把汗

英国大选进入10天倒计时之际,美国总统特朗普12月2日晚抵达伦敦。他这次来伦敦不是对英国的国事访问,而是出席在伦敦召开的北约特别峰会。东道主和北约盟国为何都惴惴不安?

今年7月特朗普对英国进行国事访问时,女王伊丽莎白二世在白金汉宫设宴款待特朗普,皇城根外十几万人涌上街头,不是夹道欢迎,而是高声抗议。

那一次,特朗普一面挽着时任首相特里莎·梅的手,一面夸奖觊觎首相宝座的鲍里斯·约翰逊,感叹如果是让约翰逊来掌舵,英国脱欧早就搞定了。

这一次,特朗普又来了!他的“小弟”约翰逊已终尝夙愿搬进了唐宁街10号(首相府)。

约翰逊忙着为特朗普铺设红地毯之际,唐宁街10号的“内部消息来源”对英国发行量最大的小报《太阳报》吹风说,“特朗普什么都可能会说,我们无法控制……距离投票日还有9天,这是一个非常不受欢迎的干扰,所以我们需要控制风险。”

唐宁街10号怕特朗普“帮倒忙”的担心是可以理解的。就在一个月前,特朗普在英国脱欧党领袖法拉奇主持的直播热线节目中,毫不避讳地称他的英国“小弟”约翰逊是首相的“最合适的人选”,还直接支招让法拉奇和约翰逊“协调合作”,共同对付反对党工党领袖科尔宾。特朗普预测如果约翰逊与法拉奇联手,将“无人能抵挡”。

特朗普口无遮拦的放炮,立刻被人抓住把柄,指责他“别有用心”,“赤裸裸的企图干涉英国大选”。

特朗普抵达伦敦前夕,英国首相约翰逊在接受伦敦广播公司(LBC)采访时被迫表态说,“最好任何一方都不要参与另一方的竞选活动”。

约翰逊称,“我们与美国政府各个层面都有非常密切的关系和友谊,但是互相卷入对方的竞选活动中,是我们作为亲密盟友、朋友,传统上都不会做的事情。”

民调显示,约翰逊的保守党遥遥领先反对党工党,而且领先的差距还在加大。特朗普为“小弟”摇旗呐喊,约翰逊不是不领情,而是怕适得其反,让政治对手抓住话柄得不偿失。

特朗普此次来伦敦是出席北约特别峰会,美国的北约盟国们也捏着一把汗。

今年恰逢北约成立70周年。70大寿,好好庆祝一下是应该的,但此次北约领导人的峰会却异常的低调,会议组织者甚至不愿意用“峰会”这个字眼。为何?

此前,北约倒是有高调的宣布。北约所有成员国终于同意应该把国防开支提高到占本国GDP的2%。北约成员国还同意采用新的费用分摊计算方式。按照新的算法,美国分摊的费用会下降,德国承担的份额上升。

打着“美国第一”大旗上台的特朗普,3年来一直在逼北约其它成员国,特别是北约的欧洲“首富”德国多掏钱。来伦敦出席峰会前,特朗普当着德国总理默克尔的面说:“我不知道我们(美国)能从保护你们(欧洲盟国)中获得多少保护”。

在特朗普眼里,美国作为北约的成员,不是与欧洲盟国互为依托的相互保护,而是美国一直在出钱保护欧洲。

欧洲北约盟国终于同意提高国防开支,是特朗普逼出来的,但提高到GDP2%,是争取到2024年实现的“目标”。北约盟国多掏钱的速度和幅度,能否堵住特朗普刻薄的嘴?欧洲盟国们心里没底。

一个“钱”字了得!但与钱相比,北约老大哥美国对北约的政治承诺是否仍能依靠?70年后的今天,北约面临的何去何从的选择,则是更严重的挑战。