Friday, January 31, 2020

في بريطانيا، مات جوعا بعد قطع المساعدات الحكومية عنه

انتقد أقرباء شخص مات من الجوع في بريطانيا بعد قطع المساعدات الحكومية عنه السلطات، قائلين "إن نظام المساعدات غير ملائم للغرض".

وكان إيرول غراهام (57 عاما) يزن 28.5 كيلوغراما حين العثور على جثته، في يونيو/حزيران 2018، بعد أن اقتحم مسؤولون عن تحصيل الديون شقته بغرض إجلائه.

وقد أثارت النائبة في البرلمان، ديبي إيبراهامز، قضية غراهام في مجلس العموم ودعت لتشكيل لجنة تحقيق مستقلة للتحقيق في حالات الوفاة في ظروف مشابهة.

وقالت أليسون تيرنر، زوجة ابنه: "إنه لأمر مأساوي وفظيع أن يموت الإنسان بهذا الشكل".

وكان غراهام قد عاد إلى بيته بعد خضوعه للرعاية الصحية في مؤسسات عامة لبعض الوقت، ولم يعد يتردد على طبيبه في الفترة الأخيرة. كما رفض التعاون مع موظفي الرعاية النفسية.

وبعد أن تجاهل اتصالات متكررة من دائرة العمل والتقاعد، تم إيقاف المساعدة التي كان يحصل عليها في شهر أغسطس/آب عام 2017. وحصل نفس الشيء مع إعانة السكن التي توقفت في شهر أكتوبر/تشرين أول الماضي.

"لا طعام في الشقة"
كان آخر اتصال أجري مع غراهام من قبل موظفي مؤسسة الإسكان في مدينة نوتينغهام، الذين قالوا إنه كان يصرخ ويركل الأبواب حين زاروه في شهر فبراير/شابط عام 2018.

وقالت إيميلي دان، التي كانت بين الذين التقوه إنها لم تر دلائل على إصابته، لكنه "بدا نحيفا جدا".

وأضافت أنه لم يكن في شقته طعام باستثناء بعض معلبات السردين كانت صلاحيتها منتهية منذ خمس سنوات.

ولم يكن في الشقة غاز، ولا كهرباء على الأرجح، وقد تكدست المغلفات البريدية أمام الباب.

وقد سجل "الجوع" كسبب للوفاة.

وقالت مساعدة قاضي التحقيق، إليزابيث ديدكوك، إن "فقدانه المفاجئ لكل مصادر الدخل والتهديد بطرده من السكن قد دفعاه إلى اليأس والقلق ووضعاه في ضائقة مالية فظيعة".

وتعتقد ديدكوك أن انقطاع الدخل ومشاكل السكن كانت بمثابة القشة التي قصمت ظهر البعير، وقالت إن "شبكة الأمان التي تحيط بذوي الحاجة في مجتمعنا مثل إيرول بها مشاكل".

وقالت زوجة ابنه لبي بي سي: "نظام الرعاية غير ملائم للغرض، كان بدون أي دخل لمدة 6-8 شهور".

وقالت صوفي كورليت، وهي من مؤسسة الصحة النفسية الخيرية "مايند": "إن الأكثر هشاشة هو من ينزلقون خارج شبكة الأمان. هذا الرجل وكثيرون غيره يعانون من أوضاع لن تتغير طوال حياتهم لكنه يجري استدعاؤهم بشكل متكرر لتقييم أوضاعهم، وهو وضع يجدونه صعبا".

وقالت دائرة العمل والتقاعد إنها ستشكل لجنة طوارئ لتفحص طريقة عملها، وأضاف متحدث باسمها أن "هذه الحالة مأساوية ومعقدة"، وعبرت عن تعاطفها مع أفراد عائلة غراهام.

انتقد أقرباء شخص مات من الجوع في بريطانيا بعد قطع المساعدات الحكومية عنه السلطات، قائلين "إن نظام المساعدات غير ملائم للغرض".

وكان إيرول غراهام (57 عاما) يزن 28.5 كيلوغراما حين العثور على جثته، في يونيو/حزيران 2018، بعد أن اقتحم مسؤولون عن تحصيل الديون شقته بغرض إجلائه.

وقد أثارت النائبة في البرلمان، ديبي إيبراهامز، قضية غراهام في مجلس العموم ودعت لتشكيل لجنة تحقيق مستقلة للتحقيق في حالات الوفاة في ظروف مشابهة.

وقالت أليسون تيرنر، زوجة ابنه: "إنه لأمر مأساوي وفظيع أن يموت الإنسان بهذا الشكل".

وكان غراهام قد عاد إلى بيته بعد خضوعه للرعاية الصحية في مؤسسات عامة لبعض الوقت، ولم يعد يتردد على طبيبه في الفترة الأخيرة. كما رفض التعاون مع موظفي الرعاية النفسية.

وبعد أن تجاهل اتصالات متكررة من دائرة العمل والتقاعد، تم إيقاف المساعدة التي كان يحصل عليها في شهر أغسطس/آب عام 2017. وحصل نفس الشيء مع إعانة السكن التي توقفت في شهر أكتوبر/تشرين أول الماضي.

"لا طعام في الشقة"
كان آخر اتصال أجري مع غراهام من قبل موظفي مؤسسة الإسكان في مدينة نوتينغهام، الذين قالوا إنه كان يصرخ ويركل الأبواب حين زاروه في شهر فبراير/شابط عام 2018.

وقالت إيميلي دان، التي كانت بين الذين التقوه إنها لم تر دلائل على إصابته، لكنه "بدا نحيفا جدا".

وأضافت أنه لم يكن في شقته طعام باستثناء بعض معلبات السردين كانت صلاحيتها منتهية منذ خمس سنوات.

ولم يكن في الشقة غاز، ولا كهرباء على الأرجح، وقد تكدست المغلفات البريدية أمام الباب.

Monday, January 13, 2020

بعد حادث محمد الشمراني، الولايات المتحدة تطرد 21 متدربا عسكريا سعوديا

قررت الولايات المتحدة طرد 21 متدربا عسكريا سعوديا بعد نحو شهر من قيام السعودي محمد الشمراني بقتل 3 أشخاص وإصابة 8 آخرين عندما أطلق النار بشكل عشوائي في قاعدة جوية أمريكية.

ولم تتهم السلطات الأمريكية المتدربين بمساعدة زميلهم فيما أقدم عليه، لكن وزير العدل الأمريكي ويليام بار قال إنه كان بحوزتهم مواد "جهادية وبعضهم كان معه صور غير لائقة لأطفال".

وأعلنت واشطن تعليق تدريب السعوديين بعد الهجوم، الذي وقع في السادس من ديسمبر/كانون الأول.

ويوم الاثنين، قال بار للصحفيين إن ما جرى في قاعدة بينساكولا البحرية الجوية "كان عملا إرهابيا".

وأكد المدعي العام أنه طلب من شركة أبل فتح اثنين من هواتف أيفون كان يستخدمهما المتدرب، محمد الشمراني، الذي قتلته الشرطة خلال الهجوم.

وأطلق الشمراني رصاصة على أحد الهاتفين محاولا تدميره قبل أن تقتله الشرطة، لكن أفراد مكتب التحقيقات الفيدرالي (إف بي آي) تمكنوا من استعادة البيانات الخاصة بالهاتف.

وأعطت أبل لمكتب التحقيقات بيانات شبكة "آي كلود" الخاصة بحساب المهاجم، بحسب ما أوردته صحيفة نيويورك تايمز. لكن الشركة رفضت فتح جهاز آيفون، قائلة إن هذه الخطوة ستقوض برنامج التشفير الخاص بها.

ووقع خلاف من قبل بين أبل ومكتب "إف بي آي" بسبب طلبه فتح هواتف لمَن قال إنه يشتبه في أنهم "إرهابيين".

ففي عام 2016، رفضت الشركة فتح هاتف مطلق نار في كاليفورنيا، لكن الأزمة حلت بعدما وجد عملاء مكتب التحقيقات طريقة أخرى لفتح الهاتف.

وأكد بار أن المتدربين السعوديين المطرودين تعاونوا مع عملاء مكتب التحقيقات الفيدرالي. وقال إنه لم توجه إليهم أي اتهامات في الولايات المتحدة، لكن ربما يخضعون للمحاكمة في بلادهم.

وأكد بار على أن السعودية قدمت دعما "كاملا" لعملية التحقيق في هجوم الشمراني.

وأشار إلى أن "المملكة العربية السعودية قررت أن تصرّف المتدربين يحول دون التحاقهم بسلاح الجو الملكي السعودي والبحرية الملكية".

قررت الولايات المتحدة طرد 21 متدربا عسكريا سعوديا بعد نحو شهر من قيام السعودي محمد الشمراني بقتل 3 أشخاص وإصابة 8 آخرين عندما أطلق النار بشكل عشوائي في قاعدة جوية أمريكية.

ولم تتهم السلطات الأمريكية المتدربين بمساعدة زميلهم فيما أقدم عليه، لكن وزير العدل الأمريكي ويليام بار قال إنه كان بحوزتهم مواد "جهادية وبعضهم كان معه صور غير لائقة لأطفال".

وأعلنت واشطن تعليق تدريب السعوديين بعد الهجوم، الذي وقع في السادس من ديسمبر/كانون الأول.

ويوم الاثنين، قال بار للصحفيين إن ما جرى في قاعدة بينساكولا البحرية الجوية "كان عملا إرهابيا".

وأكد المدعي العام أنه طلب من شركة أبل فتح اثنين من هواتف أيفون كان يستخدمهما المتدرب، محمد الشمراني، الذي قتلته الشرطة خلال الهجوم.

وأطلق الشمراني رصاصة على أحد الهاتفين محاولا تدميره قبل أن تقتله الشرطة، لكن أفراد مكتب التحقيقات الفيدرالي (إف بي آي) تمكنوا من استعادة البيانات الخاصة بالهاتف.

وأعطت أبل لمكتب التحقيقات بيانات شبكة "آي كلود" الخاصة بحساب المهاجم، بحسب ما أوردته صحيفة نيويورك تايمز. لكن الشركة رفضت فتح جهاز آيفون، قائلة إن هذه الخطوة ستقوض برنامج التشفير الخاص بها.

ووقع خلاف من قبل بين أبل ومكتب "إف بي آي" بسبب طلبه فتح هواتف لمَن قال إنه يشتبه في أنهم "إرهابيين".

Tuesday, January 7, 2020

मटन और चिकन चाहते हैं चांद पर जाने वाले भारतीय अंतरिक्ष यात्री

भारतीय एस्ट्रोनॉट अब ये चुनेंगे कि उनके खाने के लिए चिकन करी और पालक करी कितनी मसालेदार हो. ये वो खाना है जो ख़ासतौर पर 2021 के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' के लिए भेजा जाएगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

मैसूर में रक्षा खाद्य अनुसंधान प्रयोगशाला (डीएफआरएल) ने अंतरिक्ष मिशन के दौरान खाने के लिए 22 तरह के सामान बनाए हैं जिनमें हल्का-फुल्का खाना, ज़्यादा एनर्जी वाला खाना, ड्राई फ्रूट्स और फल शामिल हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

खाने के इन सामान को जांच के लिए अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) भेज दिया गया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसरो ने दो दिन पहले घोषणा की थी कि उन्होंने चार एस्ट्रोनॉट को चुना है जिनकी बेंगलुरू में स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ़ एविएशन मेडिसिन (आईएएम) में जांच की गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

डीएफआरएल के निदेशक डॉ. अनिल दत्त सेमवाल ने बीबीसी को बताया, "खाने के ये सभी सामान एस्ट्रोनॉट्स खाकर देखेंगे क्योंकि इनका चुनाव इस बात पर भी निर्भर करता है कि उन्हें ये कितने अच्छे लगते हैं. इसरो की एक टीम इनकी जांच करेगी."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अनिल दत्त सेमवाल बताते हैं, "एस्ट्रोनॉट्स के लिए शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह का खाना बनाया गया है. इन्हें गर्म करके खाया जा सकता है. हम भारतीय गर्म खाना पसंद करते हैं. हम खाना गर्म करने के लिए एक उपकरण भी दे रहे हैं जिसके ज़रिए लगभग 92 वॉट बिजली से खाना गर्म किया जा सकता है. ये उपकरण खाने को 70 से 75 डिग्री तक गर्म कर सकता है."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

"ये खाना स्वस्थ है और एक साल तक चल सकता है. वो (इसरो) मटन या चिकन चाहते हैं. हमने चिकन करी और बिरयानी दी है. वो बस इसे पैकेट से निकालकर, गर्म करके खा सकते हैं."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अनिल सेमवाल ने बताया, "हमने अनानास और कटहल जैसे स्नैक्स भी दिए हैं. यह स्नैक्स के लिए एक बहुत ही स्वस्थ विकल्प है. हम सबकुछ रेडीमेड दे रहे हैं जैसे सांबर के साथ इडली. इसमें आप पानी डालकर खा सकते हैं."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

"हां ये ज़रूर है कि एक बार पैकेट खुलने के बाद उसे 24 घंटों के अंदर खाना होगा. इस खाने को आधा खाकर नहीं रखा जा सकता. जब आप पैकेट खोल देते हैं तो ये सामान्य खाने की तरह बन जाता है."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

डीएफआरएल में अंतरिक्ष मिशन के लिए तैयार किया गया हर खाना नासा द्वारा तय कड़े मानदंडों के अनुसार बनाया गया है. जब एस्ट्रोनॉट्स खाने के पैकेट खोलते हैं, तो उनके आसपास कोई रोगाणु नहीं होने चाहिए. अंतरिक्ष के खाने के बहुत विशिष्ट मानदंड हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

लेकिन, डॉ. सेमवाल ने स्पष्ट किया है कि इसरो को दिए गए खाने के सामान में खाने के चम्मच और छोटी प्लेटें शामिल नहीं हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

डीएफआरएल ने 1984 में अंतरिक्ष मिशन में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा के लिए भी खाना तैयार किया था. डॉ. सेमवाल कहते हैं, "हमारे पास इसकी विशेषज्ञता है."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अंतरिक्ष में उपयोग किए जाने वाले खाद्य पदार्थ उस खाने से काफी अलग होते हैं जिन्हें सियाचिन में सैनिकों को दिया जाता है जो धरती का सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान है और जहां पर भारत और पाकिस्तान 1984 में लड़ चुके हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारतीय एस्ट्रोनॉट अब ये चुनेंगे कि उनके खाने के लिए चिकन करी और पालक करी कितनी मसालेदार हो. ये वो खाना है जो ख़ासतौर पर 2021 के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' के लिए भेजा जाएगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

मैसूर में रक्षा खाद्य अनुसंधान प्रयोगशाला (डीएफआरएल) ने अंतरिक्ष मिशन के दौरान खाने के लिए 22 तरह के सामान बनाए हैं जिनमें हल्का-फुल्का खाना, ज़्यादा एनर्जी वाला खाना, ड्राई फ्रूट्स और फल शामिल हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

खाने के इन सामान को जांच के लिए अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) भेज दिया गया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसरो ने दो दिन पहले घोषणा की थी कि उन्होंने चार एस्ट्रोनॉट को चुना है जिनकी बेंगलुरू में स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ़ एविएशन मेडिसिन (आईएएम) में जांच की गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

डीएफआरएल के निदेशक डॉ. अनिल दत्त सेमवाल ने बीबीसी को बताया, "खाने के ये सभी सामान एस्ट्रोनॉट्स खाकर देखेंगे क्योंकि इनका चुनाव इस बात पर भी निर्भर करता है कि उन्हें ये कितने अच्छे लगते हैं. इसरो की एक टीम इनकी जांच करेगी."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अनिल दत्त सेमवाल बताते हैं, "एस्ट्रोनॉट्स के लिए शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह का खाना बनाया गया है. इन्हें गर्म करके खाया जा सकता है. हम भारतीय गर्म खाना पसंद करते हैं. हम खाना गर्म करने के लिए एक उपकरण भी दे रहे हैं जिसके ज़रिए लगभग 92 वॉट बिजली से खाना गर्म किया जा सकता है. ये उपकरण खाने को 70 से 75 डिग्री तक गर्म कर सकता है." मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह